पुणे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और उनके मंत्री विधानसभा चुनाव से पहले दूसरे दलों के नेताओं की खरीद-फरोख्त में लगे हैं। पवार ने रविवार को सत्तारूढ़ भाजपा पर जांच एजेंसियों और सरकारी वित्तीय संस्थानों का दुरुपयोग कर नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल होने के लिए मजबूर करने का भी आरोप लगाया।
पवार ने कहा, 'मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के अन्य मंत्री खुद इस काम में लगे हैं। अन्य दलों के नेताओं को फोन कर रहे हैं और उनसे पार्टी से जुड़ने को कह रहे हैं।' उन्होंने दावा किया कि, 'पंढरपुर में कल्याण काले (पूर्व विधायक) की चीनी मिल की हालत खराब थी। राज्य सरकार ने उसे 30-35 करोड़ रुपये दिए और उन्हें भाजपा में शामिल होने को कहा। चूंकि वह अपने कारखाने को बचाना चाहते थे, इसलिए उन्होंने पाला बदल लिया।' राकांपा की प्रदेश महिला अध्यक्ष चित्रा वाघ को भी डराकर भाजपा में शामिल होने को मजबूर किया गया। कागल से राकांपा विधायक हसन मुश्रीफ को भी भाजपा ने प्रस्ताव दिया था, लेकिन इन्कार करने पर आयकर विभाग ने कोल्हापुर स्थित उनके परिसर में छापे मारे।
आत्मचिंतन करें पवार साहब: देवेंद्र फड़नवीस
शरद पवार के बयान पर पलटवार करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि उन्हें अपनी ही पार्टी के अंदर आत्मचिंतन करना चाहिए। बकौल फड़नवीस कई कांग्रेस और राकांपा नेता भाजपा में शामिल होने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि ईडी या किसी एजेंसी द्वारा जारी जांच में जिनका नाम है उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा। हमें किसी को आमंत्रित करने की जरूरत नहीं है, लोग खुद हमसे संपर्क कर रहे हैं। पिछले 5 वषरें में सरकार ने कई चीनी मिलों की मदद की है। इसकी एक लंबी सूची है, लेकिन किसी को भी इसके लिए भाजपा में शामिल होने को नहीं कहा गया।
महाराष्ट्र में 240 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस से समझौता
शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी और कांग्रेस के बीच 288 विधानसभा सीटों में से 240 सीटों पर सहमति बनी है। बाकी सीटों के लिए अन्य दलों से बातचीत चल रही है। आने वाले आठ-दस दिनों में सभी सीटों पर फैसला हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राज ठाकरे के नेतृत्व वाली एमएनएस ईवीएम के बारे में आपत्तियों के चलते विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की योजना बना रही है, लेकिन यह हमारे लिए स्वीकार्य नहीं है। साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। 2014 के चुनावों में भाजपा ने 122 सीटें जीती थीं। शिवसेना ने 62 सीटें हासिल की थीं। कांग्रेस और एनसीपी को 42 और 41 सीटें मिलीं थीं।
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Editor- Majid Siddique