कल्याण : कल्याण-डोंबिवली मनपा क्षेत्र में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने 30 अप्रैल तक कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं और सप्ताहांत में दो दिन तालाबंदी भी की जा रही है। इस स्थिति के मद्देनजर कल्याण शिव भीम मिठाई, मावा, खोवा संगठन की तरफ से मुख्यमंत्री, पशुपालन, डेयरी विकास मंत्री, ठाणे जिला संरक्षक मंत्री महानगर पालिका आयुक्त और पुलिस उपायुक्त को पत्र लिख कर मिठाई की दुकानों को लॉकडाउन प्रतिबंध से बाहर रखने का निवेदन किया था। गौरतलब है कि पिछले साल से भी अधिक कोरोना की दूसरी लहर महाराष्ट्र में चल पड़ी है, साथ ही कोरोना महामारी पूरे देश में फिर से शुरू हो गई है। शासन-प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर 30 अप्रैल तक प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। इसमें कई आवश्यक दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई हैं मिठाई की दुकानों को को खोलने की अनुमति दिए जाने से न केवल मिठाई दुकानदारों, बल्कि किसानों, दूध उत्पादकों और महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात के पशुपालकों को भी बड़ी राहत मिली है। मार्च 2020 में लॉक डाउन के दौरान मिठाई की दुकानों को बंद करने से मावा, खोवा और डेयरी किसानों पर हानिकारक प्रभाव पड़ा था, चूंकि स्वाभाविक रूप से उत्पादित दूध को रोकना संभव नहीं है, इसलिए सरकार ने दूध खरीदा और उसके पाउडर के रुप मे प्रोसेस किया इस तरह दुग्ध उत्पादकों के साथ न्याय करने का प्रयास किया गया। सभी मिठाई दुकानदारों ने इसके लिए सरकार को धन्यवाद दिया है। हालांकि, संघ ने कुछ पुलिस अधिकारियों के मिठाई की दुकानों को बंद कराने के प्रयासों पर नाराजगी व्यक्त की है, क्योंकि उन्हें जीवन की आवश्यकताओं में शामिल सूची के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है। संगठन सरकार, महानगर पालिका और पुलिस विभाग के साथ वर्ष 2020-2021 के हर लॉकडाउन अवधि में शामिल रहा है और हर सामाजिक कार्य में एक मददगार की तरह हाथ बड़ा कर आगे आता रहा है। संघ ने पत्र में यह भी आश्वासन दिया गया है कि सरकार के हर आदेश का अनुपालन आगे किया जाएगा। कल्याण शिव भीम मिठाई, मावा, खोवा और परिवहन चालक मालिकों, व्यापारियों व ट्रेड यूनियन अध्यक्ष सागर पगारे और सचिव जयदीप सानप ने इस संदर्भ में पूरा विवरण दिया है।
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