नई दिल्ली। बॉलीवुड में 'विक्की डोनर' फिल्म से साल 2012 में डेब्यू करने वाले आयुष्मान खुराना आज बॉलीवुड के सबसे टैलेंटेड एक्टर बन चुके हैं। हाल ही में उन्हें 2018 में आई फिल्म 'अंधाधुंन' के लिए नेशलन फिल्म अवॉर्ड में बेस्ट एक्टर का खिताब मिला है। करियर में आए कई उतार चढ़ाव के बावजूद आयुष्मान ने अपनी लगन और टैलेंट से बॉलीवुड में एक अलग मुकाम हासिल कर लिया है।
आयुष्मान खुराना ने 2002 में वी चैनल के 'पॉपस्टार' शो से अपने करियर की शुरुआत की थी। जिसके बाद उन्होंने साल 2004 में महज़ 19 साल की उम्र में एमटीवी के गेम रियलिटी शो 'रोडीज़' में भाग लिया था। वे इस शो में भाग लेने वाले सबसे कम उम्र के कंटेस्टेंट होने के बावजूद 'रोडीज़ 2' के विनर बनें।
आयुष्मान ने साल 2012 में फिल्म 'विक्की डोनर' से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था। इस फिल्म में उन्होंने एक स्पर्म डोनर की भूमिका निभाई थी जिसके लिए उन्हे बेस्ट डेब्यू के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड से भी नवाजा़ गया था।
आयुष्मान खुराना की फिल्म 'नौटंकी साला', 'हवाईज़ादा' और 'बेवकूफियां' जैसी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस में कोई खास कमाल नहीं दिखाया था। साल 2015 में आई फिल्म 'दम लगा कर हइशा' से आयुष्मान के करियर को फिर एक बार उछाल मिली थी, जिसके बाद उन्होंने फिल्म 'मेरी प्यारी बिंदू', 'बरेली की बर्फी', और 'शुभ मंगल सावधान' जैसी फिल्मों में अपनी बेहतरीन एक्टिंग का प्रदर्शन किया था।
साल 2018 में आई तबू और राधिका आप्टे स्टारर फिल्म 'अंधाधुंन' में आयुष्मान ने एक अंधे व्यक्ति का किरदार निभाया था, जिसके लिए उन्हे नेशनल फिल्म अवॉर्ड में बेस्ट एक्टर का खिताब मिला है, ये अवॉर्ड उन्होंने 'उरी- द सर्जिकल स्ट्राइक' के एक्टर विक्की कौशल से शेयर किया है।
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Editor- Majid Siddique