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Article 370: जम्मू-कश्मीर में सामान्य होने लगे हालात, बहाल हुई इंटरनेट सेवा, हटाई गईं कई पाबंदियां

श्रीनगर। कश्मीर में शुक्रवार से सरकारी दफ्तरों में काम होने लगा। बंद पड़े शिक्षण संस्थान भी सोमवार से खुलने शुरू हो जाएंगे। टेलीफोन सेवा को भी चरणबद्ध तरीके से बहाल किया जा रहा है, लेकिन मोबाइल व इंटरनेट सेवाएं हालात सामान्य होने तक बंद रहेंगी। लोग शांति व्यवस्था बनाए रखने में पूरा सहयोग कर रहे हैं। यही कारण है कि पिछले 15 दिनों में कहीं कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है।

जम्मू में बहाल हुई इंटरनेट सेवा

जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य होने लगे हैं। जम्मू में 4 अगस्त से बंद पड़ी इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया गया है। हालांकि, फिलहाल जम्मू में उपभोक्ता सिर्फ 2जी सेवा का फायदा ही उठा पाएंगे। लेकिन, अब उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही जम्मू-कश्मीर के हालात सामान्य हो जाएंगे। जम्मू में इंटरनेट सेवा बहाल करने के बाद अब आज ही प्रशासन घाटी में लैंडलाइन फोन सेवा को फिर से शुरू करने जा रहा है।

12 जिलों में स्थिति पूरी तरह सामान्य

कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जारी एहतियातन गिरफ्तारियों और रिहाई का सिलसिला अभी चलता रहेगा। जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रहमण्यम ने कहा कि 22 में से 12 जिलों में स्थिति पूरी तरह सामान्य है। इनमें से सिर्फ पांच जिलों में ही अब कुछ हद तक रात्रिकालीन पाबंदियां हैं। जैसे-जैसे हालात सामान्य होते जाएंगे, सभी जिलों से पाबंदियां हटा ली जाएंगी। 

शांतिपूर्वक नमाज संपन्न 

शुक्रवार होने के बावजूद पूरी वादी में शांति रही। सभी मस्जिदों में शांतिपूर्वक नमाज संपन्न हुई। ज्ञात हो, जम्मू संभाग में भी इंटरनेट सेवा पूरी तरह ठप है। पांच जिलों जम्मू, सांबा, कठुआ, रियासी व ऊधमपुर में मोबाइल और टेलीफोन सेवा सुचारू रूप से चल रही है, जबकि अन्य जिलों में मोबाइल सेवा ठप है।

विकास से ही खत्म होगा अलगाववाद :

मुख्य सचिव ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद-370 समाप्त कर इसे दो केंद्र शासित राज्य बनाने के केंद्र सरकार के फैसले का जिक्र किए बगैर कहा कि यह निर्णय स्थानीय लोगों के दीर्घकालिक कल्याण के लिए लिया गया है। सरकार को यकीन है कि समग्र विकास से ही अलगाववाद को रोका जा सकता है।

आतंकी हमलों को रोकने के लिए लगाई पाबंदी :

मुख्य सचिव ने कहा कि लश्कर, जैश और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों का मकसद हमले कर यहां डर पैदा करना और युवाओं का विकास रोकना है। दुनिया और संयुक्त राष्ट्र भी इन संगठनों के मंसूबों को समझता है। पाकिस्तान ने भी हालात बिगाड़ने की हर संभव कोशिश की। वहीं, आतंकी हमलों की पक्की सूचना थी। ऐसे में आम लोगों के जान माल की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए निषेधाज्ञा लगाई गई थी। टेलीफोन और इंटरनेट सेवाओं को बंद किया गया है।

मुख्य सचिव सुब्रह्मण्यम बोले-

जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने श्रीनगर मे प्रेसवार्ता कर हालात की जानकारी दी। 

सरकारी दफ्तर खुले, मोबाइल और इंटरनेट अभी रहेगा बंद

राज्य के 22 में से 12 जिलों में स्थिति पूरी तरह सामान्य

आवश्यक सेवाएं बहाल

बीवीआर सुब्रहमण्यम ने कहा कि लोगों को दिक्कत न हो इसके लिए आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता और स्वास्थ्य सुविधाओं में कोई कमी नहीं है। हाजियों के आगमन के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। मीडिया सेंटर भी बनाया है, जहां रोज संबंधित अधिकारी हालात का पूरा ब्योरा दे रहे हैं। कश्मीर में सभी प्रमुख अखबार छप रहे हैं, सेटलाइट टीवी नेटवर्क भी काम कर रहा है।

hind Brigade

Editor- Majid Siddique


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