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जम्‍मू-कश्‍मीर के बारामुला में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, एक जवान घायल

बारामुला। जम्‍मू-कश्‍मीर के बारामुला में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। मुठभेड़ सोपोर के मलमापनपोरा क्षेत्र में हो रही है। सुरक्षाबलों ने दो आ‍तंकियों को घेर लिया है। मुठभेड़ में सेना का एक जवान घायल हो गया है। बता दें कि कल यानी शुक्रवार को भी शोपियां (Shopian) में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी जिसमें एक आतंकी मारा गया था। शोपियां के पंडूशान इलाके में हुई इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी शहीद हो गया था। 

गौरतलब है कि कश्मीर में ऑपरेशन ऑलआउट ने सुरक्षा बलों ने आतंकी संगठनों की कमर तोड़ दी है। बड़े आतंकी कमांडर या तो मारे जा चुके हैं या फिर डर कर अंडरग्राउंड हो चुके हैं। ऐसे में लड़खड़ाते आतंकी ढांचे से बौखलाया पाकिस्‍तान कई आतंकी सरगनाओं को घाटी में धकेलने के लिए नई चालें चल रहा है लेकिन सजग सीमा प्रहरी उनकी एक भी साजिश को सफल नहीं होने दे रहे हैं। 

सूत्रों के मुताबिक, उत्तरी कश्मीर में एलओसी के पार पाकिस्तानी इलाके में स्थित लॉन्चिंग पैड पर 60 और जम्मू में अखनूर से लेकर पुंछ तक एलओसी के पार 50 आतंकी घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं। ऐसे में इसी साजिश को अंजाम देने के लिए दुश्मन बार-बार सीमा एवं नियंत्रण रेखा को सुलगाने का प्रयास कर रहा है। पाकिस्‍तानी सेना कोशिश कर रही है कि सीमा पर फायरिंग की आड़ में कुछ आतंकी सरगनाओं को वादी में धकेला जा सके।  

इस बीच, सुरक्षा एजेंसियों ने अमरनाथ यात्रा पर बड़े पैमाने पर आतंकी हमले की साजिश का पर्दाफाश किया है। खतरे की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने तीर्थयात्रियों समेत सभी पर्यटकों को जल्द-से-जल्द वापस लौटने की सलाह दी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना ने श्रीनगर में संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि आतंकी अमरनाथ यात्रियों को निशाना बना सकते हैं। अमरनाथ यात्रा के रास्ते से हथियार, आइईडी और स्नाइपर राइफल बरामद की गई है। 

इसमें पाकिस्तान की ऑर्डिनेंस फैक्‍ट्री में बनी बारूदी सुरंग भी शामिल है। सेना के मुताबिक, हमले की साजिश में सीधे तौर पर पाकिस्तानी सेना के शामिल होने के सबूत हैं। वहीं सुरक्षा एजेंसियों ने साफ कर दिया कि वह पाकिस्तान की हर साजिश को नाकाम करने के लिए पूरी तरह मुस्‍तैद है। इधर, घाटी में अतिरिक्‍त सुरक्षा बलों की तैनाती से सियासत भी गरम हो गई है। घाटी के नेता अपनी सियासी जमीन बचाए रखने के लिए बौखलाहट में इस तैनाती पर सवाल उठा रहे हैं। 

Hind Brigade

Editor- Majid Siddique


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