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जम्‍मू कश्‍मीर: LoC के पार 110 आतंकी लांचपैड पर घुसपैठ की इंतजार में, बड़ी साजिश को दे सकते हैं अंजाम

श्रीनगर। कश्मीर में ऑपरेशन ऑलआउट ने सुरक्षा बलों ने आतंकी संगठनों की कमर तोड़ दी है। अधिक बड़े आतंकी कमांडर या तो मारे जा चुके हैं या फिर डर कर अंडरग्राउंड हो चुके हैं। ऐसे में लड़खड़ाते आतंकी ढांचे से पाक न केवल चिंतित है साथ ही कई आतंकी सरगनाओं को घाटी में धकेलने के लिए नई चालें चल रहा है पर सजग सीमा प्रहरी उनकी एक भी साजिश को सफल नहीं होने दे रहे।

सैन्य सूत्रों व खुफिया तंत्र की मानें तो उत्तरी कश्मीर में एलओसी के पार पाकिस्तानी इलाके में स्थित लॉन्चिंग पैड पर 60 और जम्मू में अखनूर से लेकर पुंछ तक एलओसी के पार 50 आतंकी घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं। ऐसे में इसी साजिश को अंजाम देने के लिए दुश्मन बार-बार सीमा व नियंत्रण रेखा को सुलगाने का प्रयास कर रहा है। प्रयास है कि सीमा पर फायरिंग की आड़ में कुछ आतंकी सरगनाओं को वादी में धकेला जा सके। पर हर बार घुसपैठ की साजिशें नाकाम हो गई और पाक सैनिकों समेत कई घुसपैठिए ढेर भी हुए हैं।

ऐसे में खिसियाए पाक सेना ने नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी और तेज कर दी है। उसकी चिंता है कि घाटी में सक्रिय आतंकी कमांडरों में से अधिकांश नौसिखिए हैं। प्रमुख कमांडरों के मारे जाने से वह घबराए हुए हैं। उनके पास हथियारों की कमी और नेतृत्व भी प्रभावशाली नहीं है। इस बीच में हथियारों के साथ पाक में प्रशिक्षित आतंकियों की कश्मीर में घुसपैठ की सभी कोशिशें बार-बार विफल हो रही हैं। बारिश में मौसम अनुकूल होने के कारण एक बार फिर घुसपैठियों को धकेलने के प्रयास किया था लेकिन मंगलवार को भी तीन घुसपैठिये सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिए।

रावत के बयान के बाद हो रही गोलाबारी

थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की 26 जुलाई को कारगिल में पाक को कड़ी चेतावनी देने के बाद पाकिस्तानी सेना लगातार भारतीय ठिकानों पर गोलाबारी कर रही है। गत रोज पाक सेना ने भारी तोपखाने का इस्तेमाल किया है। इससे साफ है कि वह एलओसी पर एक बार फिर युद्ध जैसे हालात पैदा करना चाहता है ताकि वैश्विक मंच पर वह फिर कश्मीर मामले को तूल दे सके। पाकिस्तान का प्रयास है कि वह गोलाबारी की इन घटनाओं से भारतीय सेना को उकसाते हुए सीमावर्ती इलाकों में स्थिति को जंग का माहौल बदल सके। 

Hind Brigade

Editor- Majid Siddique 


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