कर्नाटक में तेज राजनीतिक हलचल के बीच एक और नया मोड़ आ गया है। बागी विधायकों को मनाने में जुटी कांग्रेस को एमटीबी नागराज से उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है। खबरों के अनुसार वह अपने इस्तीफे पर पुनर्विचार करने की सोच रहे हैं। नागराज ने बुधवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।
सूत्रों के अनुसार शनिवार सुबह कर्नाटक सरकार के मंत्री डीके शिवकुमार और डिप्टी सीएम जी परमेश्वर नागराज को मनाने पहुंचे। पांच घंटे चली बातचीत के बाद शिवकुमार ने दावा किया कि नागराज अपने इस्तीफे पर फिर से सोचने को तैयार हो गए हैं। वहीं नागराज ने कहाकि उन्होंने पार्टी नेतृत्व से उदास और दुखी होकर इस्तीफा दिया था, लेकिन अब पार्टी नेताओं के सामने अपना पक्ष रखने के बाद वे अपने फैसले पर फिर से सोचेंगे। उन्होंने कहा कि वे इस्तीफा देने वाले दूसरे विधायक के सुधाकर से भी बात करेंगे।
खबरों के अनुसार कांग्रेस द्वारा विधायक रामलिंग रेड्डी, मुनिरत्ना और आर रोशन बेग को मनाने के भी प्रयास किया गया। सूत्रों ने कहा कि कुमारस्वामी कम से कम चार कांग्रेस विधायकों के साथ सीधी बातचीत कर रहे हैं उम्मीद है कि वे अपना इस्तीफा वापस ले लेंगे। बता दें कि विधायकों के इस्तीफे की वजह से सरकार का अस्तित्व खतरे में है। अध्यक्ष के अलावा सत्तारूढ़ गठबंधन का कुल संख्याबल 116 (कांग्रेस-78, जद(एस)-37 और बसपा-1) है। दो निर्दलीय उम्मीदवारों का भी सरकार को समर्थन प्राप्त था, लेकिन उन्होंने सोमवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के आर रमेश कुमार से कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के 10 बागी विधायकों के इस्तीफों और उनकी अयोग्यता के मसले पर अगले मंगलवार तक कोई भी निर्णय नहीं लिया जाये। कांग्रेस के 13 और जदएस के तीन विधायकों समेत 16 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। उन दो निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है, जिन्हें हाल में मंत्री बनाया गया था