पुलिस ने हाल ही में आंध्र प्रदेश के एक इंजीनियर की हत्या के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जो अपने छोटे भाई से जुड़े विवाहेतर संबंध विवाद को सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाने का प्रयास कर रहा था।
पुलिस ने हाल ही में आंध्र प्रदेश के एक इंजीनियर की हत्या के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जो अपने छोटे भाई से जुड़े विवाहेतर संबंध विवाद को सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाने का प्रयास कर रहा था। पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि इस मामले में बी. रिपुंजय, पीजी रेड्डी, ए. रमेश और ए. कुमार नामक आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अन्य आरोपी चाणक्य प्रताप अभी भी फरार है।
पुलिस ने बृहस्पतिवार शाम चित्तूर जिले के अनूपल्ले गांव में शिव मंदिर के निकट छिपे आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारी ने कहा, 'यह हत्या पूर्व नियोजित थी। नागराजू की हत्या कर शव को कार की अगली सीट पर डाल दिया गया, फिर पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई ... (नागराजू के भाई) पुरुषोत्तम का रिपुंजय की पत्नी से संबंध हत्या का प्राथमिक कारण है। हम आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं।’’
अधिकारी ने कहा कि कथित प्रेम संबंध के परिणामस्वरूप चित्तूर जिले के ब्राह्मणपल्ली गांव में पड़ोसियों के बीच विवाद हो गया था। नागराजू की एक अप्रैल को तिरुपति जिले में चंद्रगिरि और आर. पी. पुरम के बीच हत्या कर दी गई थी। घटना का पता तब चला जब कुछ राहगीरों ने वहां आग देखी और सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किए गए।
पुलिस के अनुसार, नागराजू के परिवार को पता चला था कि रिपुंजय ने अपनी पत्नी के साथ कथित संबंध के कारण पुरुषोत्तम को मारने की योजना बनाई है। इस बीच, पुरुषोत्तम को बेंगलुरु भेज दिया गया, जबकि नागराजू ने मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने के प्रयास जारी रखे। हालांकि नागराजू के प्रयासों के बावजूद रिपुंजय शांत नहीं हुआ और उसकी कुछ टिप्पणियों से नाराज हो गया। बाद में, रिपुंजय ने योजना के अनुसार, नागराजू को शराब पिलाकर नशे में धुत कर दिया और उसे आग लगा दी। इसके बाद उसने इसे एक दुर्घटना दिखाने के लिए कार को नदी में लुढ़काने की कोशिश की।
इससे पहले पुलिस ने कहा था कि रिपुंजय और पुरुषोत्तम मूल रूप से अच्छे दोस्त थे लेकिन कथित प्रेम संबंधों के चलते उनकी दोस्ती टूट गई। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, 'हाल ही में, रिपुंजय ने पुरुषोत्तम के परिवार के खेत में अवैध बिजली कनेक्शन को लेकर बिजली विभाग से शिकायत की थी, जिसके परिणामस्वरूप 25,000 रुपये जुर्माना लगाया गया।' नागराजू और उसका भाई सॉफ्टवेयर कंपनी टीसीएस मे काम करते थे।