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एंटीलिया कांड : परमबीर सिंह की बढ़ी मुश्किलें

मुंबई : एंटीलिया कांड में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा सचिन वाझे की गिरफ्तारी के बाद एनआईए परमबीर सिंह से भी पूछताछ कर रही है। अब उनकी मुश्किलें और भी बढ़नेवाली है क्योंकि विश्वनीय सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि राज्य के गृह मंत्रालय ने परमबीrर सिंह के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।

बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय द्वारा यह आदेश एक अप्रैल को जारी किया गया था। इस मामले की जांच की जिम्मेदारी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संजय पांडेय को सौंपी गई है। जब ऑर्डर जारी किया गया था, उस समय गृहमंत्री अनिल देशमुख ही थे।

सूत्रों के मुताबिक अगर इस जांच में परमबीर सिंह द्वारा लापरवाही बरतने का मामला आता है तो उन्हें निलंबित किया जा सकता है। सचिन वाझे सीधे परमबीर सिंह को रिपोर्ट करता था, ऐसे में वह क्या करता था? क्या इसकी भनक परमबीrर सिंह को नहीं थी? इस जांच का विषय रहेगा। इसके अलावा क्या परमबीrर सिंह ने जिलेटिन कांड की पूरी जरूरी जानकारी बजट सत्र के दैरान सरकार को सौंपी थी या नही? इस मामले की भी जांच की जाएगी।

गृह मंत्रालय के मुताबिक परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख के खिलाफ आरोप लगाते हुए, जो पत्र मुख्यमंत्री को लिखा था वह उसी दिन वायरल हो गया, इसके माध्यम से राज्य सरकार की छवि को खराब किया गया। इसमें जांच किया जाएगा कि क्या परमबीrर ने आल इंडिया सर्विस अधिनियम १९६८ का उल्लंघन किया है? सुप्रीम कोर्ट और हाइकोर्ट जाकर क्या परमवीर ने सर्विस के नियमों का उल्लंघन किया है? इस मामले की भी जांच करने का आदेश संजय पांडेय को दिया गया है।

दरअसल, पुलिस सह आयुक्त ने २४ मार्च को गृह मंत्रालय में अपनी एक रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि सचिन वाझे को बिना उनकी सहमति के सीआईयू का इंचार्ज बनाया गया था और वो सीधे परमबीर सिंह को रिपोर्ट कर रहा था। इसी के आधार पर परमबीrर सिंह के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा परमबीर सिंह ने जिलेटिन कांड की पूरी जानकारी सरकार को जल्दी नहीं सौंपी थी।


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