इस्लामाबाद। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मुंह की खाए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बेहद बौखला गए हैं। इमरान ने भारत की छवि खराब करने के लिए एक नया शिगूफा छोड़ा। इमरान ने कहा कि भारत के परमाणु हथियार सुरक्षित हाथों में नहीं हैं और इस पर दुनिया के देशों को गंभीरतापूर्वक ध्यान देना चाहिए।
भारत के परमाणु हथियार सुरक्षित नहीं
अपने देश में आतंकियों को पनाह देनेवाले इमरान का सुरक्षा परिषद में जब कोई दांव नहीं चला तो दुनिया का ध्यान खींचने के लिए इस तरह के दुष्प्रचार का एक और पुलिंदा खोल दिया। खुद आतंकियों के समर्थक इमरान ने कई ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में भारत के परमाणु हथियार सुरक्षित नहीं हैं, इसलिए दुनिया को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की कार्रवाई का सामना कर रहे इमरान के ट्वीट रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान के बाद आए जिसमें सिंह ने कहा था कि भारत परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल न करने की नीति पर कायम है, लेकिन यह भविष्य के घटनाक्रम पर निर्भर करेगा। रक्षा मंत्री के इस बयान के बाद इमरान खान की बौखलाहट एकदम बढ़ गई।
बौखलाहट में उन्होंने ट्वीट किया कि भारत में हिंदूवादी ताकतें हैं जो मोदी सरकार को नियंत्रित करती हैं। उनकी नीति में बदलाव के संकेत न केवल क्षेत्र के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा हैं
भारत के रक्षा मंत्री का बयान गैर-जिम्मेदाराना
बता दें कि पाकिस्तान खुद परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल न करने की नीति का पालन करने की बात कभी नहीं करता जबकि चीन समेत दुनिया के अन्य सभी परमाणु हथियार संपन्न देश इस तरह की नीति का अनुसरण करते हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान जारी कर भारत के रक्षा मंत्री के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण और गैर-जिम्मेदाराना बताया था।
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Editor- Majid Siddique