नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में पुलिस ने तेलुगु देशम पार्टी और वाईएसआरसीपी के बीच जारी घमासान ने नया मोड़ ले लिया है। टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे नारा लोकेश सहित पार्टी के कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। दरअसल, ये सभी टीडीपी नेता की हत्या के खिलाफ आज राज्य में विरोध प्रदर्शन करने वाले थे। पुलिस जब इन्हें रोकने के लिए गई तो चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश ने पुलिस से बहस कर ली, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक भूख हड़ताल करने वाले थे। इसे देखते हुए सुबह चंद्रबाबू नायडू के आवास पर जाने की कोशिश कर रहे टीडीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका और हिरासत में ले लिया।
दरअसल, पार्टी ने आज (बुधवार) चलो 'अत्तमाकुर रैली' का आह्वान किया है। पुलिस का कहना है कि टीडीपी नेताओं के पास चलो अत्माकुर रैली के लिए अनुमति नहीं है। इसलिए पुलिस ने ये कदम उठाया। पुलिस ने नरसरावोपेटा, सटेनपल्ले, पलनाडु और गुरजला में धारा 144 लागू कर दी है। बता दें कि टीडीपी ने YSRCP कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) द्वारा अपने कार्यकताओं पर 'बढ़ते हमले' के विरोध में इस रैली का आह्वान किया।
पुलिस महानिदेशक गौतम सवांग ने बताया कि यहां के कुछ क्षेत्रों में आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 और पुलिस अधिनियम की धारा 30 लागू कर दी गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि इसके बाद अब राज्य के किसी भी क्षेत्र में कोई बैठक, रैली, जुलूस और प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है।
पुलिस ने आगे टीडीपी नेताओं द्वारा चलो आत्माकुर प्रदर्शन के आह्वान पर कहा कि किसी को भी कानून व्यवस्था बिगाड़ने का अधिकार नहीं है फिर चाहे वो राजनीतिक पार्टियां ही क्यों ना हो। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों को शांति बनाए रखनी चाहिए।
वहीं टीडीपी प्रमुख एन.चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि प्रदर्शन होगा और उनके कार्यकर्ताओं के खिलाफ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा की जा रही ज्यादतियों को उजागर किया जाएगा।
Hind Brigade
Editor- Majid Siddique