नई दिल्ली। केरल, कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र में बाढ़ और बारिश का कहर जारी है। चारों राज्यों में इससे मरने वालों की संख्या 100 से ज्यादा हो गई है। इसके चलते केरल में 1.25 लाख और महाराष्ट्र के 2.85 लाख लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं।
कर्नाटक को इससे 6,000 करोड़ का नुकसान हुआ है। कर्नाटक में वर्षाजनित घटनाओं में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है। 2.35 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इसी बीच गृह मंत्री अमित शाह आज बेलगावी जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।
केरल में बाढ़ और बारिश की सबसे अधिक मार वायनाड और कोझिकोड पर पड़ी है। यहां करीब 25-25 हजार लोग बेघर हुए हैं। वायनाड में वर्षाजनित घटनाओं में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के आठ जिलों में आठ अगस्त से भूस्खलन की 80 घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ लोगों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है। इसी बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज वायनाड का दौरा करेंगे। वह वायनाड से सांसद हैं।
गुजरात में भारी बारिश से पिछले 24 घंटे में 11 लोगों की मौत हुई है। वहीं शनिवार को मोरबी में उमिया सर्कल, कांडला बाईपास के पास एक कंपाउंड की दीवार गिरने से आठ की मौत हो गई। इससे वर्षाजनित घटनाओं में मरने वालों की संख्या 19 हो गई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में सौराष्ट्र और कच्छं समेत अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई है।
महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली जिलों में पानी घटने के चलते बाढ़ की स्थिति में सुधार के संकेत नजर आने लगे हैं। यहां नौसेना की 26 टीमें तैनात हैं। सांगली जिले के पालुस तहसील में ब्रह्मनाल गांव के समीप बृहस्पतिवार को नौका पलटने की घटना में तीन और शव मिले हैं। इस तरह इस घटना में मरने वालों की संख्या 12 हो गई है। कई अन्य के लापता होने की खबर है। अब तक राज्य में वर्षाजनित घटनाओं में 29 की मौत हो चुकी है।
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Editor- Majid Siddique