कर्नाटक का नाटक कल यानी मंगलवार को ख़त्म हो गया। कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की अगुवाई वाली सरकार ने कल अपना बहुमत खो दिया। एचडी कुमारस्वामी कल विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाए। इसके बाद मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने राज्यपाल वजुभाई वाला को इस्तीफा सौंपा दिया।
आज यानी बुधवार को भारतीय जनता पार्टी ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। कर्नाटक इकाई के पार्टी अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। इसके लिए उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखा है। अपनी सरकार बनता देख भाजपा के कार्यकर्ताओं ने भाजपा कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा के घर के बाहर मिठाई बांटे।
कर्नाटक में गठबंधन सरकार सिर्फ 14 महीने ही चल पाई। बागी विधायकों के चलते गठबंधन सरकार कई दिनों से मुश्किलों से जुझ रही थी। विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में केवल 99 वोट आए। 224 विधानसभा सीटों वाली विधानसभा में स्पीकर को हटाकर सदन में विधायकों की संख्या 204 थी। बहुमत के लिए 103 का आंकड़ा जरूरी था।
येदियुरप्पा ने कल कहा कि – मैं प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह जी से चर्चा करूंगा। चर्चा के बाद मैं राज्यपाल से मिलूँगा। यह लोकतंत्र की जीत है। जनता कुमारस्वामी सरकार से त्रस्त थी। मैं राज्य की जनता को विश्वास दिलाता हूँ कि – “अब विकास का नया युग शुरू होगा। हम किसानों को भरोसा दिलाते हैं कि उन्हें ज्यादा तवज्जो दी जाएगी। हम जल्द ही वाजिब कदम उठाएंगे”।
अपनी सरकार गिरने के बाद क्या कहा प्रियंका और राहुल गांधी ने ?
‘लालच की जीत हुई। यह लोकतंत्र, ईमानदारी और कर्नाटक की जनता की हार है’ – राहुल गांधी
“एक दिन भाजपा को पता चलेगा कि सब कुछ नहीं खरीदा जा सकता है, हर किसी को तंग नहीं किया जा सकता है और हर झूठ अंततः सामने आ ही जाता है ।”- प्रियंका गांधी
भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा – “कांग्रेस-जेडीएस का जो अपवित्र गठबंधन था,वह आज ध्वस्त हो गया। सत्य के एक हल्के से झोंके से ही जनादेश के खिलाफ बना यह रेत का किला ढह गया। मैं श्री बीएस येदियुरप्पा को बधाई देता हूं कि उन्होंने धैर्य और संयम के साथ लोकतंत्र की लड़ाई लड़ी और कर्नाटक को इंसाफ दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई”!
Hind Brigade
Editor- Majid Siddique