सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और माटीगाड़ा थाना की पुलिस ने बच्चे के खरीद बिक्री करने वाले गिरोह का पर्दा फाश कीया है. इस दौरान पुलिस ने एक नवजात को बिक्री होने से पहले ही बरामद कर लिया. वही इस गिरोह के चार लोगो को गिरफ्तार भी किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में तीन महिला और एक पुरूष शामिल है.गिरफ्तार तीन आरोपी में एक प्रभा देवी ,बीना देवी , गौरी बहादूर छेत्री और चौथा व्यक्ति प्रतिक देव नाथ है. गिरफ्तार आरोपियों में प्रतिक देवनाथ और गौरी बहादूर छेत्री पति पत्नी है. प्रभा देवी बिहार पटना की ,बीना के साथ दंपति गौरी और प्रतिक सिलीगुड़ी के निवासी बताये गए है. बरामद नवजात 7 दिन की बच्ची को पुलिस ने सी डब्लू सी के निर्देश पर उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भर्ती कर दिया है. बच्ची स्वस्थ बताई जा रही है. जानकारी मिली है कि सिलीगुड़ी से नवजात बच्चों के खरीद बिक्री का बजार बीना, गौरी और प्रतिक मिलकर चलाते थे. गौरी और प्रतीक ऐसे जोड़े की तलाश करते जिन्हें बच्चे की चाहत होती थी. उसके बाद ये दंपति बीना से संपर्क करते और नवजात बच्चे का ऑर्डर देते थे. रीना ऑर्डर और एंडवास मिलने के बाद बिहार में अपने नेटवर्क को गर्भवती महिलाओ को खोजने के लिए कहती. ये लोग आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को पैसे का लालच देकर जन्म से पहले ही गर्भ में पलने वाले बच्चे को खरीद लेते थे.
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इसके बाद जब बच्चे का जन्म होने के एक सप्ताह के अंदर रीना नवाज बच्ची को मंगवा लेती थी. फिर गौरी और प्रतिक से पूरे पैसे लेने के बाद नवजात बच्चे को उन्हें सौप देती थी. इसके बाद ये दंपति गौरी बहादूर छेत्री और प्रतिक देवनाथ निस्तान बच्चों की चाहत रखने वाले लोगो को लाखो रूपये में बिक्री करते थे. ऐसी ही एक डील सिलीगुड़ी से हाल ही में हुई थी. लेकिन इस बार इन लोगों के काले कारोबार तक पुलिस पहुंच गई. पुलिस सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार आज एक प्रभा देवी नामक महिला अपनी गोद में 7 दिन की नवजात बच्चे को लेकर उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के पास खड़ी किसी का इंतजार कर रही थी. इधर एसओजी को गुप्त सूत्रो से प्रभा देवी के बारे में खबर मिलती है. जिसके बाद एसओजी माटीगाड़ा थाना के साथ मिलकर एक अभियान चलाकर विश्वविद्यालय के पास पहुंचती है. वहां पर जब प्रभा देवी से बच्चे के विषय में पूछ ताछ की जाती है. जिसके जवाब से पुलिस को संदेह होता है. फिर पुलिस प्रभा देवी और बच्चे को लेकर थाने आती है. इसके बाद उससे गहन पूछताछ के बाद पूरा मामला पुलिस के सामने पानी की तरह साफ हो जाता है. इसके बाद पुलिस प्रभा देवी से पूछ ताछ कर इस बच्चा खरीद बिक्री करने वाले गिरोह के अन्य सदस्य बीना देवी ,गौरी बहादूर छेत्री और उसके पति प्रतिक देव नाथ तक पहुंचती है.
जिसके बाद ये चारो से पूछ ताछ में जो खुसासे होते है, उसे सुन कर पुलिस के होश उड़ जाते हैं. पुलिस को पता चलता है कि 7 दिन की नवजात बच्ची को लाखों रूपये में बिक्री किया जाना था. सिलीगुड़ी से नवजात बच्चे के खरीद बिक्री मामले का खुलासा होने के बाद सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन की पुलिस ने इस मामले की तेज रफ्तार में जांच करने के लिए इस मामले को डीडी को सौप दिया गया है. डीडी के एसीपी राजेन छेत्री के नेतृत्व में उनकी टीम पूरे मामले की जांच करेंगी. डीडी अब इस नवाज खरीद बिक्री कारोबार मामले को लीड करेंगी. वही इस मामले में माटीगाड़ा थाना को भी साथ में रखा गया है. पूरे मामले पर कमिश्नर अखिलेश चतुर्वेदी और एडीसीपी शुवेंद्र कुमार सीधे नजर रखेंगे. आगामी कल चारो आरोपीयो को नवजात बच्चे की खरीद बिक्री करने के आरोप में मामला दर्ज कर सिलीगुड़ी अदालत में पेश करेंगी. वही पुलिस अदालत से चारों आरोपीयो की रिमांड की भी मांग करेंगी. इस पूरे मामले पर एडीसीपी शुवेंद्र कुमार ने बताया कि आज मेट्रोपॉलिटन की एसओजी और माटीगाड़ा थाना की सफेद पोशाक पुलिस ने बच्चा खरीद बिक्री गिरोह का पर्दा फाश किया है. चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वही नवजात बच्ची को बरामद कर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. पूरे मामले की जांच उन लोगों ने शुरू कर दी है.