मुंबई : अति आवश्यक कार्यों में लगे हुए कर्मचारियों को परिवहन सेवा उपलब्ध कराने वाली बेस्ट के कर्मचारियों भी कोरोना से जुझ रहे हैं। एक आंकड़े के मुताबिक, कोरोना से अब तक 106 बेस्ट के कर्मचारियों की मौत हो चुकी है, इनमें से तो 90 कर्मचारी ड्यूटी पर रहते हुए संक्रमित हुए थे। इन सभी कर्मचारियों के परिजनों को 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी गई है। लेकिन 15 कर्मचारियों के वारिस अभी भी अनुकंपा पर नौकरी मिलने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। कोरोना के शुरूआती समय से ही बेस्ट वाहनों को मुंबई और उपनगर में अति आवश्यक सेवा के कर्मचारियों के लिए उपलब्ध कराया गया था। साथ ही लॉकडाउन में छूट के बाद भी कर्मचारी पूरी क्षमता से काम कर रहे थे। इसी दौरान कुछ कर्मचारी ड्यूटी पर रहते हुए कोरोना की चपेट में आ गए। ड्यूटी पर रहते हुए अब तक 3,375 कर्मचारी कोरोना से प्रभावित हुए हैं। इनमें से 3,227 ठीक हो चुके हैं जबकि 39 का इलाज चल रहा है। इसके अलावा अब तक, 106 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। सभी कर्मचारियों के वारिसों को वित्तीय सहायता भी दी गई है, जबकि इनमें से 64 कर्मचारियों के वारिसों को बेस्ट में अनुकंपा के आधार पर नौकरी भी दी गई है। इसके अलावा 123 कर्मचारी ऐसे हैं जो ड्यूटी पर नहीं थे, बावजूद वे इस महामारी के संपर्क में आ गए।
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