मुंबई : मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया से 300 मीटर की दूरी पर बरामद हुई विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील माने को गिरफ्तार किया है। माने इसी मामले में गिरफ्तार और सस्पेंड असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे का सहयोगी माना जा रहा है। माने को आज दोपहर बाद कोर्ट में पेश कर NIA कस्टडी मांगेगी। अब माने को भी 1-2 दिन में सस्पेंड किया जा सकता है।
महाराष्ट्र ATS की टीम भी माने से दो बार पूछताछ कर चुकी है। सुनील माने कांदिवली क्राइम ब्रांच में तैनात था। स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की पत्नी विमला ने महाराष्ट्र ATS को बताया था कि 4 मार्च की रात आठ बजे मनसुख हिरेन जब घर से बाहर निकले तो उन्होंने बताया था कि उनके पास कांदिवली क्राइम ब्रांच के किसी इंस्पेक्टर तावड़े को आना है। अब माना जा रहा है कि विमला ने जिस तावड़े का नाम लिया था, वह सुनील माने ही था।
माने तीसरा पुलिस अधिकारी है, जिसे एंटीलिया केस में गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर रियाजुद्दीन काजी को पकड़ा गया था। काजी पर भी विस्फोटक कांड में सचिन वझे का साथ करने का आरोप है। काजी की न्यायिक हिरासत भी आज खत्म हो रही है। सूत्रों के मुताबिक काजी के बयान के आधार पर ही सुनील माने को अरेस्ट किया गया है। इससे पहले महाराष्ट्र ATS ने इससे जुड़े मनसुख हिरेन हत्याकांड में पूर्व कांस्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट बुकी को अरेस्ट किया था। अदालत के आदेश के बाद इन्हें भी NIA की कस्टडी में भेज दिया गया था।
25 फरवरी को दक्षिण मुंबई के पैडर रोड स्थित एंटीलिया से 300 मीटर की दूरी पर विस्फोटक से भरी एक स्कॉर्पियो गाड़ी खड़ी मिली थी। कार में 20 जिलेटिन की छड़ें और एक धमकी भरा लेटर बरामद हुआ था। 5 मार्च को इसके मालिक मनसुख हिरेन का शव रेती बंदर की खाड़ी से बरामद हुआ था। जिसके बाद महारष्ट्र ATS ने इसमें हत्या का मामला दर्ज किया और 2 लोगों को अरेस्ट किया था। इसके बाद इस केस में NIA की एंट्री हुई और 13 मार्च को सचिन वझे को अरेस्ट किया गया था।