मुंबई : पिछले सवा साल से हम कोरोना संक्रमण से लड़ रहे हैं। कोरोना से जारी युद्ध के बीच राज्य के उद्योग-धंधे शुरू रहने के साथ ही अर्थव्यवस्था का सुचारु रूप से चलना आवश्यक है इसलिए मजदूरों की सुरक्षा और उनके स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए कल-कारखानों में ‘कोविड सतर्कता समिति’ की स्थापना की जाए। यह निर्देश मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कल संबंधितों को दिया।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कल राज्य के कामगार संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्प्रâेंसिंग के जरिए बैठक की। इस बैठक में श्रम मंत्री हसन मुश्रीफ, सांसद अरविंद सावंत, विधायक भाई जगताप, पूर्व राज्यमंत्री सचिन अहिर, विधायक शशिकांत शिंदे, राज्य के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे सहित संबंधित विभागों के आला अधिकारी शामिल थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के विकास में किसानों के साथ-साथ श्रमिकों का भी बहुत बड़ा योगदान है। श्रमिकों का ध्यान रखने के लिए राज्य सरकार एकत्रित प्रयास कर रही है। राज्य के अर्थचक्र को सुचारु रूप से बनाए रखने के लिए श्रमिक संगठन सहयोग करें। संगठन पहल करके मजदूरों को समझाएं कि कोरोना नियमों का पालन करना कितना जरूरी है। इस लड़ाई में श्रमिक संगठन एकजुट होकर राज्य सरकार को सहयोग दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम पिछले १ साल से ज्यादा समय से कोरोना के विरुद्ध लड़ाई लड़ रहे हैं। मध्यकाल में हम कोरोना लहर को रोकने में सफल हुए थे। हम सामान्य स्थिति में लौट रहे थे और फरवरी के आखिर तक लगने लगा था कि अब कोरोना का खतरा टल गया है। मार्च महीने से कोरोना की दूसरी लहर में मरीज बढ़ने लगे। दूसरी लहर को समाप्त करने का प्रयास करते हुए अब हमें सावधान और सतर्क रहना होगा कि तीसरी और चौथी लहर न आने पाए।